श्री राम और लक्ष्मण से मिलकर महाबली हनुमान दोनों भाइयों को अपने कांधे पर बिठाकर सुग्रीव से मिलने Kiskindha पर्वत ले जाते हैं। ऐसे भक्त कहा कहा जग में ऐसे भगवान, काँधे पर दो वीर बिठा कर चले वीर हनुमान।
कांधे पर दो वीर बिठा कर चले वीर हनुमान इस सूंदर गीत को गया है। श्री रवीन्द्र जैन और साथी और इसके गीत और संगीत को श्री रवीन्द्र जैन जी ने दिया है।
कांधे पर दो वीर बिठा कर चले वीर हनुमान इस सूंदर गीत को गया है। श्री रवीन्द्र जैन और साथी और इसके गीत और संगीत को श्री रवीन्द्र जैन जी ने दिया है।
Kandhe Par Dou Veer Bithakar Chale Vir Hanuman |
कांधे पर दो वीर बिठाकर चले वीर हनुमान - लिरिक्स
ऐसे भक्त कहाँ,
कहाँ जग मे ऐसे भगवान,
काँधे पर दो वीर बिठाकर,
चले वीर हनुमान।।
श्लोक – दुर्गम पर्वत मारग पे,
निज सेवक के संग आइए स्वामी,
भक्त के काँधे पे आन बिराजिए,
भक्त का मान बढ़ाइए स्वामी।।
ऐसे भक्त कहाँ कहाँ जग में ऐसे भगवान
ऐसे भक्त कहाँ कहाँ जग में ऐसे भगवान
कांधे पर दो वीर बिठा कर चले वीर हनुमान
कांधे पर दो वीर बिठा कर चले वीर हनुमान
राम पयो ग़ज हनुमत हंसा
अति प्रसन सुनी नाथ प्रशन्न सा
निश दिन रेहत राम के द्वारे
राम महा दिन कपि रखवाले
रामचंद्र हनुमान चकोरा
चितवत रेहत राम की ओरा
भक्त शिरोमणि ने भक्त वत्सलं को लिया पहचान
भक्त शिरोमणि ने भक्त वत्सलं को लिया पहचान
कांधे पर दो वीर बिठा कर चले वीर हनुमान
कांधे पर दो वीर बिठा कर चले वीर हनुमान
राम लखन अरु हनुमंत वीरा
मानहु पारथी संमुत हीरा
तीनो होत सुसोभित ऐसे
तीन लोक एक संग हो जैसे
पुलकित दास नैन जलछायो
अक्श नीर सुख हनुमंत पायो
आज नहीं जग में कोई बजरंगी सा धनवान
आज नहीं जग में कोई बजरंगी सा धनवान
कांधे पर दो वीर बिठा कर चले वीर हनुमान
कांधे पर दो वीर बिठा कर चले वीर हनुमान
विद्यावान गुणी अति चातुर
राम काज करिबे को आतुर
आपन तेज सम्हारो आपै
तीनों लोक हांक तें कांपै
दुर्गम काज जगत के जेते
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते
प्रभुवर से मांगो सदा पद सेवा को वरदान
प्रभुवर से मांगो सदा पद सेवा को वरदान
कांधे पर दो वीर बिठा कर चले वीर हनुमान
कांधे पर दो वीर बिठा कर चले वीर हनुमान
कांधे पर दो वीर बिठा कर चले वीर हनुमान
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Kandhe Par Dou Veer Bithakar Chale Vir Hanuman | Video
स्वर : रवीन्द्र जैन और साथी
गीत : रवीन्द्र जैन
संगीत : रवीन्द्र जैन
टीवी शो: रामायण
गायक (ओं): रवींद्र जैन
गीतकार: रवींद्र जैन
संगीत निर्देशक (ओं): रवींद्र जैन
Genre(s): धार्मिक
निदेशक (ओं): रामानंद सागर
कलाकार: अरुण गोविल, दीपिका चिखलिया, सुनील लहरी, संजय जोग, अरविंद त्रिवेदी, दारा सिंह, विजय अरोड़ा, समीर राजदा, मूलराज राजदा, ललिता पवार
रिलीज़: २५ जनवरी, १९८७
Tags:
Aarti Collection